क्या आप जानते है? क्यों होता है गर्भस्राव? गर्भस्राव रोकने के अचूक उपाय
तीन माह से पूर्व यदि गर्भ गिरता है तो गर्भस्राव कहलाता है जब गर्भस्राव होता है तो रक्तस्त्राव होने लगता है यदि रक्तस्त्राव के साथ दर्द रहे तो गर्भस्राव होने की अत्यधिक सम्भावनाएं होती है For More Visit https://www.healthsolution.co.in
कारण :-
नई बीमारिया, जैसे-निमोनिया ,सक्रामक -ज्वर ,पुरानी बीमारिया ,जैसे सिफलिस .टी.बी | गर्भाशय संबंधी परेशानी ,पेट में आघात लगना,भय ,मानसिक आघात ,बच्चे का ठीक ढ़ंग से निर्माण व् विकास न होना ,गर्भस्राव होने की पृवृत्ति,विटामिन इ की कमी आदि अनेक कारणों से गर्भस्राव होता है यदि किसी स्त्री को लगातार दो बार गर्भपात हो चूका है तो अगला गर्भ भी गिरने की सम्भावना हो सकती है तीन बार गर्भ गिरने पर तो चौथी बार गर्भस्राव होने की अत्यधिक सम्भावना होती है क्षयग्रस्त स्त्रियां जो नाजुक कोमल प्रकृति की होती है प्राय: गर्भस्राव करती है
गर्भस्राव रोकने के सहायक उपाय :-
जिस स्त्री को गर्भस्राव होता हो उसे भारी बोझा नहीं उठाना चाहिए आराम करना चाहिए रक्तस्त्राव तथा पेट दर्द होने पर तो पूर्ण आराम करना चाहिए रक्तस्त्राव की स्थिति में चारपाई के पाँव की और के पायो के निचे ईंट लगाकर ऊँची कर देनी चाहिए जो कारण समझ में आये उन्हें दूर करना चाहिए स्वस्थ माँ ही स्वस्थ बच्चे को जन्म देती है
चिकित्सा :-
जिन्हें बार-बार गर्भस्राव हो उन्हें गर्भधारण के प्रथम माह से ही चिकित्सा आरम्भ कर देनी चाहिए जिन्हें गर्भस्राव की प्रवर्ति हो उन्हें बिना गर्भ के ही सतर्कता ,गर्भस्राव रोकने वाली वस्तुए सेवन करते रहना चाहिए
विटामिन इ :-
यह गेहूँऔर अन्य बीजों के फूटते अंकुरो से मिलता है कोमल पत्तो और दूध में मिलता है गर्भधारण और स्वस्थ गर्भ के लिए यह आवश्यक है
पिस्ता :-
पिस्ते से भी विटामिन इ मिलता है जो गर्भस्राव को रोकता है
अनार :-
100 ग्राम के ताज पत्ते पीसकर पानी में छानकर पिलाने और पत्तो का रस पेडू पर लेप करने से गर्भस्राव रुक जाता है
सिंघाड़ा :-
गर्भाशय की निर्बलता से गर्भ नहीं ठहरता गर्भस्राव हो जाता है इसमें कुछ सप्ताह ताजा सिंघाड़े खाने से लाभ होता है
चना :-
यदि गर्भपात का भय हो तो काले चनो का काढ़ा पिलाए
फिटकरी :-
पिसी हुई फिटकरी चौथाई चम्मच एक कप कच्चे दूध में डालकर लस्सी बनाकर पिलाने से गर्भपात रुक जाता है गर्भपात के समय जब दर्द रक्तस्त्राव हो रहा हो तो हर दो-दो घण्टे में एक खुराक दे
सौंफ :-
यदि बार-बार गर्भपात होता हो तो गर्भधारण करने के बाद 62 ग्राम सौंफ 31 ग्राम गुलाब का गुलकंद पीसकर पानी मिलाकर एक बार नित्य पिलाने से गर्भपात नहीं होता पुरे गर्भकाल में सौंफ का अर्क पीते रहने से गर्भ स्थिर रहता है
जौ :-
12 ग्राम जौ का छना हुआ आटा 12 ग्राम काले तिल और 12 ग्राम शक़्कर महीन पीसकर शहद में मिलाकर चाटने से गर्भपात नहीं होता
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